अली शामखानी हमला: इजराइली स्ट्राइक में मौत की अफवाहों पर खुलासा

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अली शामखानी हमला

अली शामखानी हमला की खबरों ने बीते कुछ दिनों से अंतरराष्ट्रीय राजनीति में हलचल मचा दी। 13 जून को इजराइल ने ईरान पर बड़ा हवाई हमला किया, जिसके बाद यह दावा किया गया कि ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खामेनेई के शीर्ष सलाहकार अली शामखानी की मौत हो गई है।

हालांकि, अब ईरानी सरकार ने इन सभी अफवाहों को पूरी तरह खारिज कर दिया है। अली शामखानी ने खुद एक वीडियो संदेश जारी कर कहा कि वह जिंदा हैं और पूरी तरह स्वस्थ हैं। इस बयान के बाद साफ हो गया कि यह खबरें झूठी थीं और शायद रणनीतिक भ्रम पैदा करने के मकसद से फैलाई गई थीं।

अली शामखानी हमला और इजराइल-ईरान तनाव

अली शामखानी हमला दरअसल इजराइल और ईरान के बीच लगातार बढ़ते तनाव की कड़ी है। इजराइल ने दावा किया था कि उसने ईरान की सैन्य और परमाणु क्षमताओं पर सीधा हमला किया। ईरान का कहना है कि यह हमला अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन था और इसका उचित जवाब दिया जाएगा।

इजराइल की इस कार्रवाई में ईरान के कई शीर्ष सैन्य अधिकारियों के मारे जाने की भी खबरें आई थीं, लेकिन अली शामखानी को लेकर स्थिति सबसे ज्यादा उलझी रही।

अफवाहों का कैसे हुआ खंडन?

13 जून के हमले के बाद सोशल मीडिया और कुछ मीडिया पोर्टल्स पर दावा किया गया कि अली शामखानी गंभीर रूप से घायल हुए और उनकी मौत हो गई। ईरान के सरकारी चैनल प्रेस टीवी और तस्नीम न्यूज एजेंसी ने पहले कोई पुष्टि नहीं की।

लेकिन 24 जून को अली शामखानी का वीडियो संदेश सामने आया, जिसमें उन्होंने कहा:

“मैं जिंदा हूं और अपने देश की रक्षा के लिए हमेशा तैयार हूं।”

अली शामखानी हमला की यह खबर महज अफवाह निकली।

हमले का क्या असर पड़ा?

इजराइल की इस स्ट्राइक के बाद ईरान ने अपने वायु क्षेत्र का एक हिस्सा बंद कर दिया था। अब ईरान ने अपनी हवाई सीमा को अंतरराष्ट्रीय विमानों के लिए फिर से खोल दिया है।

विशेषज्ञ मानते हैं कि यह हमला आने वाले समय में दोनों देशों के रिश्तों को और कड़वा बना सकता है।

क्या यह सिर्फ मनोवैज्ञानिक युद्ध था?

विश्लेषकों का कहना है कि अली शामखानी के मारे जाने की खबरें शायद जानबूझकर फैलाई गईं ताकि ईरानी प्रशासन में भ्रम पैदा हो और जनता में अस्थिरता बढ़ाई जा सके।

ईरान ने इसे “प्रोपेगेंडा युद्ध” करार दिया।

FAQs

Q1. अली शामखानी हमला कब हुआ?
13 जून 2025 को इजराइल ने ईरान पर यह हवाई हमला किया था।

Q2. क्या अली शामखानी सच में मारे गए थे?
नहीं, ईरान सरकार ने साफ कहा कि वह जिंदा हैं और उन्होंने वीडियो संदेश जारी किया।

Q3. इस हमले के पीछे इजराइल का मकसद क्या था?
इजराइल का दावा है कि उसने ईरान के परमाणु और मिसाइल कार्यक्रम को कमजोर करने के लिए यह कार्रवाई की।

Q4. क्या ईरान ने इसका जवाब दिया है?
ईरान ने कुछ मिसाइल हमले किए थे और अब भी पलटवार की चेतावनी जारी की हुई है।

Q5. क्या हमले के बाद ईरान का एयरस्पेस बंद कर दिया गया था?
जी हां, कुछ समय के लिए हवाई सीमा बंद की गई थी, जिसे अब फिर से खोल दिया गया है।

Q6. अली शामखानी हमला के बाद ईरान ने कौन-कौन से कदम उठाए?
अली शामखानी हमला के तुरंत बाद ईरान ने अपने एयरस्पेस का एक हिस्सा अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए बंद कर दिया और अपनी सुरक्षा तैयारियों को उच्चतम स्तर पर पहुंचा दिया।

Q7. क्या अली शामखानी हमला में इजराइल की भूमिका की आधिकारिक पुष्टि हुई है?
ईरानी अधिकारियों ने दावा किया है कि अली शामखानी हमला इजराइल द्वारा किया गया था, हालांकि इजराइल ने इसे सीधे तौर पर स्वीकार या खंडन नहीं किया।

Q8. अली शामखानी हमला से ईरान की घरेलू राजनीति पर क्या असर पड़ा?
अली शामखानी हमला ने ईरान के भीतर अस्थिरता बढ़ाने की कोशिश की, लेकिन सरकार ने एकजुटता का संदेश देते हुए इसे “मनोवैज्ञानिक युद्ध” करार दिया।

Q9. क्या अली शामखानी हमला में किसी विदेशी एजेंसी की मदद ली गई?
कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि अली शामखानी हमला में विदेशी खुफिया एजेंसियों की मदद ली गई, लेकिन इस पर आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई।

Q10. अली शामखानी हमला का आगे क्या असर हो सकता है?
विशेषज्ञों का मानना है कि अली शामखानी हमला ईरान-इजराइल तनाव को और बढ़ा सकता है और आने वाले समय में बड़े सैन्य टकराव का कारण बन सकता है।

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