करोड़ों की बैंक फ्रॉड न्यूज ने देशभर के बैंकों और आम लोगों को सकते में डाल दिया है। हाल ही में सामने आए इस घोटाले में कुछ ठगों ने बैंकों के बेकार पड़े खातों का इस्तेमाल कर करोड़ों रुपये कुछ ही मिनटों में ट्रांसफर कर दिए।
गुरुग्राम से लेकर हैदराबाद और हरियाणा के ग्रामीण इलाकों तक यह ठगी का जाल फैला था। ठगों ने गरीब परिवारों के बैंक खातों को बेहद कम दामों में खरीदा और फिर उनका दुरुपयोग किया। पुलिस का कहना है कि यह सिर्फ एक केस नहीं बल्कि एक संगठित रैकेट का हिस्सा है, जो अंतरराज्यीय स्तर पर सक्रिय था।
करोड़ों की बैंक फ्रॉड न्यूज का खुलासा कैसे हुआ?
करोड़ों की बैंक फ्रॉड न्यूज तब उजागर हुई जब एक सिंगल मदर ने गुरुग्राम में अपनी जिंदगीभर की कमाई अचानक गायब होते देखी। उन्होंने बैंक से संपर्क किया, लेकिन तब तक रकम कई खातों में भेजी जा चुकी थी।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, पैसे की ट्रेल हरियाणा के एक ग्रामीण परिवार और हैदराबाद के कुछ दिहाड़ी मजदूरों तक पहुंची। पुलिस ने बताया कि इन खातों को महज ₹5-10 हजार में खरीदा गया था और उसी से लेन-देन किया गया।
ठगी का तरीका
पुलिस जांच में सामने आया कि यह गैंग पुराने खातों की पासबुक और चेकबुक खरीदता था। फिर मोबाइल नंबर बदलकर खातों को सक्रिय कर लेता और डिजिटल लेन-देन के जरिए रकम उड़ा लेता।
ठग इतने शातिर थे कि करोड़ों की बैंक फ्रॉड न्यूज के बावजूद कुछ खातों का इस्तेमाल बार-बार किया गया और किसी बैंक ने उन्हें रोकने की कोशिश तक नहीं की।
पुलिस और एजेंसियों की कार्रवाई
अब तक इस केस में आठ आरोपी पकड़े जा चुके हैं। उनके मोबाइल फोन और पासबुक जब्त कर ली गई हैं। जांच एजेंसियां यह पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि क्या बैंक कर्मचारियों की मिलीभगत भी इस फ्रॉड में थी।
साइबर क्राइम यूनिट के मुताबिक, अब तक करीब 50 संदिग्ध बैंक खातों की पहचान की जा चुकी है।
करोड़ों की बैंक फ्रॉड न्यूज का असर
इस मामले ने लाखों बैंक ग्राहकों में डर का माहौल पैदा कर दिया है। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर बैंक तुरंत कार्रवाई नहीं करते तो ऐसी घटनाएं और बढ़ सकती हैं।
रिजर्व बैंक ने भी बैंकों से पुराने खातों की निगरानी बढ़ाने के निर्देश जारी किए हैं।
FAQs
Q1. करोड़ों की बैंक फ्रॉड न्यूज क्या है?
करोड़ों की बैंक फ्रॉड न्यूज एक बड़ा घोटाला है जिसमें ठगों ने पुराने बैंक खातों के जरिए करोड़ों रुपये कुछ मिनटों में उड़ा लिए।
Q2. यह घोटाला किन राज्यों में फैला था?
यह घोटाला हरियाणा, दिल्ली, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश समेत 11 राज्यों तक फैला था।
Q3. ठगों ने पैसे कहां ट्रांसफर किए?
रकम को अलग-अलग घोस्ट अकाउंट्स में ट्रांसफर कर तुरंत कैश निकाल लिया गया।
Q4. क्या करोड़ों की बैंक फ्रॉड न्यूज में बैंक कर्मचारी भी शामिल थे?
फिलहाल इसकी जांच चल रही है। कुछ खातों को बार-बार एक्टिव करने पर शक गहरा रहा है।
Q5. क्या सरकार ने कोई कदम उठाए हैं?
रिजर्व बैंक ने सभी बैंकों को पुराने और निष्क्रिय खातों की जांच करने के निर्देश दिए हैं।
Q6. करोड़ों की बैंक फ्रॉड न्यूज में कौन लोग मुख्य आरोपी हैं?
अब तक पुलिस ने आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें कुछ साइबर क्रिमिनल और कुछ स्थानीय एजेंट शामिल हैं जिन्होंने गरीब लोगों से बैंक अकाउंट खरीदे।
Q7. क्या करोड़ों की बैंक फ्रॉड न्यूज में अंतरराज्यीय नेटवर्क शामिल था?
जी हां, यह ठगी का नेटवर्क 11 राज्यों में फैला था और आरोपी अलग-अलग राज्यों से मिलकर रैकेट चला रहे थे।
Q8. ठगी का पैसा कहां-कहां ट्रांसफर किया गया?
रकम हरियाणा के ग्रामीण इलाकों, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और कुछ अन्य राज्यों के घोस्ट खातों में भेजी गई, जहां से तुरंत कैश निकासी कर ली गई।
Q9. क्या करोड़ों की बैंक फ्रॉड न्यूज का शिकार और लोग भी हुए हैं?
हां, शुरुआती जांच में सामने आया है कि दर्जनों खाताधारकों की जिंदगीभर की कमाई इसी तरह गायब कर दी गई थी।
Q10. करोड़ों की बैंक फ्रॉड न्यूज के बाद लोग क्या सावधानी रखें?
लोगों को अपने बैंक खातों की नियमित जांच करनी चाहिए, अनजान कॉल और लिंक पर जानकारी शेयर नहीं करनी चाहिए और तुरंत बैंक या साइबर क्राइम सेल को शिकायत करनी चाहिए।