केरल नवजात हत्या केस ने पूरे राज्य में सनसनी फैला दी है। यह मामला तब सामने आया जब थ्रीसुर जिले के पुदुकाड पुलिस थाने में एक 25 वर्षीय युवक, बविश, नशे की हालत में एक बैग लेकर पहुंचा। पुलिसकर्मियों ने जब बैग खोला तो उसमें दो नवजात शिशुओं की हड्डियां मिलीं।
पुलिस के अनुसार, बविश और उसकी 23 वर्षीय पार्टनर अनीशा लंबे समय से लाइव-इन रिलेशनशिप में थे। दोनों ने कबूल किया कि उन्होंने अपने दो नवजात बच्चों को जन्म के बाद छुपाकर दफना दिया था। यह केरल नवजात हत्या केस अब राज्य के सबसे चौंकाने वाले मामलों में गिना जा रहा है।
केरल नवजात हत्या केस का पूरा घटनाक्रम
पुलिस की शुरुआती जांच में पता चला कि पहला बच्चा नवंबर 2021 में जन्मा था। अनीशा ने उसे गुप्त रूप से जन्म दिया और फिर कथित रूप से मारकर घर के पास गड्ढे में दफना दिया। दूसरा बच्चा अगस्त 2024 में पैदा हुआ, जिसका कंकाल भी इसी बैग में मिला।
बविश ने पूछताछ में बताया कि शराब के नशे में उसने यह राज खोलने का फैसला किया और थाने पहुंचकर सारी सच्चाई उजागर कर दी। केरल नवजात हत्या केस में यह भी शक जताया जा रहा है कि दोनों बच्चों की हत्या योजनाबद्ध तरीके से की गई।
पुलिस की कार्रवाई और फोरेंसिक जांच
थ्रीसुर पुलिस ने तुरंत दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। शिशुओं के कंकाल को फोरेंसिक लैब भेजा गया है ताकि मौत का असली कारण स्पष्ट हो सके। पुलिस ने मामले में हत्या, सबूत छुपाने और अन्य संबंधित धाराओं में केस दर्ज किया है।
पुलिस अधिकारी बी कृष्ण कुमार के मुताबिक, केरल नवजात हत्या केस में अब तक कई अहम सुराग मिले हैं। मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद और भी गंभीर धाराएं जुड़ सकती हैं।
समाज में दहशत का माहौल
इस घटना से इलाके में गहरी चिंता और दुख का माहौल है। पड़ोसियों ने बताया कि कपल कई महीनों से अलग-अलग किराये के मकानों में रह रहा था ताकि किसी को उनके बच्चों के जन्म की खबर न लगे।
केरल नवजात हत्या केस ने यह सवाल खड़ा किया है कि क्या समाजिक दबाव या शर्मिंदगी के डर से लोग ऐसे जघन्य अपराध करने को मजबूर हो रहे हैं।
आगे की जांच और संभावित सजा
पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि क्या दोनों बच्चों को जन्म के बाद मारा गया या वे पहले से मृत थे। अगर हत्या की पुष्टि हुई, तो आरोपियों को उम्रकैद या कठोर दंड मिल सकता है।
फिलहाल, दोनों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है और केस की तफ्तीश जारी है।
FAQs
Q1. केरल नवजात हत्या केस क्या है?
यह मामला थ्रीसुर जिले का है, जहां एक युवक ने थाने में दो नवजात शिशुओं की हड्डियां पुलिस को सौंपीं और उनकी हत्या की बात कबूली।
Q2. आरोपी कौन हैं?
आरोपी बविश (25) और अनीशा (23) हैं, जो लंबे समय से लाइव-इन रिलेशनशिप में थे।
Q3. पुलिस ने अब तक क्या कार्रवाई की है?
दोनों को गिरफ्तार कर हत्या और सबूत छुपाने की धाराओं में केस दर्ज किया गया है। हड्डियों की फोरेंसिक जांच की जा रही है।
Q4. केरल नवजात हत्या केस में बच्चों की मौत का कारण क्या है?
फिलहाल मौत का कारण स्पष्ट नहीं है। मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद स्थिति साफ होगी।
Q5. क्या यह मामला समाजिक दबाव से जुड़ा हो सकता है?
संभव है कि समाजिक शर्मिंदगी के डर से दोनों ने बच्चों को जन्म के तुरंत बाद मार डाला हो। इसकी भी जांच चल रही है।
Q6. केरल नवजात हत्या केस में बच्चों का जन्म कहां हुआ था?
पुलिस जांच में सामने आया है कि दोनों बच्चों का जन्म अलग-अलग किराये के घरों में गुप्त रूप से कराया गया था ताकि किसी को शक न हो।
Q7. क्या दोनों नवजात शिशु जिंदा पैदा हुए थे?
यह अभी पूरी तरह स्पष्ट नहीं है। फोरेंसिक जांच के बाद ही पता चलेगा कि वे जीवित थे या मृत पैदा हुए।
Q8. पुलिस को यह मामला कैसे पता चला?
आरोपी युवक बविश शराब के नशे में थाने पहुंचा और खुद बैग में हड्डियां लेकर सारी जानकारी उजागर कर दी।
Q9. क्या आरोपी पहले से किसी अपराध में शामिल थे?
फिलहाल ऐसा कोई रिकॉर्ड सामने नहीं आया है कि बविश और अनीशा पहले से किसी आपराधिक गतिविधि में शामिल रहे हों।
Q10. क्या इस केस में बाल संरक्षण आयोग भी शामिल होगा?
हां, बाल अधिकार संरक्षण आयोग और महिला एवं बाल कल्याण विभाग ने स्वतः संज्ञान लिया है और जांच में सहयोग कर रहे हैं।