गुजरात पुल हादसा ने पूरे राज्य में हड़कंप मचा दिया। यह भीषण घटना वडोदरा जिले के पदरा-मुजपुर मार्ग पर स्थित गंभीर्राह ब्रिज पर घटी, जहां पुल का एक बड़ा हिस्सा अचानक ध्वस्त हो गया। हादसे के समय पुल पर कई वाहन गुजर रहे थे, जो सीधे नदी में समा गए। अब तक 9 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि कई घायल लोगों का इलाज जारी है। इस हादसे ने राज्य की आधारभूत संरचना की हालत और सरकारी लापरवाही पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
मौके पर तुरंत पुलिस और NDRF की टीमों ने बचाव अभियान शुरू किया। कई घायलों को समय रहते बाहर निकाल लिया गया, जबकि लापता लोगों की तलाश अब भी जारी है।
गुजरात पुल हादसा क्यों हुआ?
गुजरात पुल हादसा के पीछे शुरुआती जांच में पुल की जर्जर हालत को बड़ी वजह माना जा रहा है। यह ब्रिज 1985 में बना था और लंबे समय से इसकी मरम्मत नहीं हुई थी। हाल में इलाके में हुई भारी बारिश के कारण ब्रिज की संरचना और कमजोर हो गई थी।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि प्रशासन को कई बार पुल की खस्ताहालत की जानकारी दी गई थी, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। हादसे के बाद प्रशासन ने पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं।
गुजरात पुल हादसा के बाद राहत और बचाव कार्य
घटना के तुरंत बाद वडोदरा पुलिस, फायर ब्रिगेड और NDRF की टीमें मौके पर पहुंचीं। बचाव दल ने नदी में गिरे वाहनों को क्रेन की मदद से बाहर निकाला। अब तक 9 शव बरामद कर लिए गए हैं। कई घायलों को वडोदरा सिविल अस्पताल और नजदीकी चिकित्सा केंद्रों में भर्ती किया गया है।
राज्य सरकार ने मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है। घायलों के इलाज का पूरा खर्च सरकार उठाएगी।
गुजरात पुल हादसा पर मुख्यमंत्री और पीएम मोदी का बयान
गुजरात पुल हादसा पर मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने गहरी संवेदना जताई और तुरंत जांच के आदेश दिए। उन्होंने कहा कि दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी घटना पर दुख व्यक्त किया और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की।
पीएमओ की ओर से ट्वीट में कहा गया कि केंद्र सरकार सभी जरूरी मदद मुहैया करा रही है। एनडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन पूरी तत्परता से राहत कार्य में जुटे हैं।
गुजरात पुल हादसा ने उठाए कई सवाल
यह हादसा एक बार फिर यह सवाल उठा गया है कि आखिर पुलों और सड़कों की समय पर मरम्मत क्यों नहीं होती। स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर ब्रिज की हालत की अनदेखी न होती तो इतनी बड़ी दुर्घटना टल सकती थी। अब लोग दोषियों की पहचान और ठोस कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
FAQs
Q1: गुजरात पुल हादसा कब और कहां हुआ?
यह हादसा वडोदरा जिले के पदरा-मुजपुर रोड पर गंभीर्राह ब्रिज पर 9 जुलाई 2025 की सुबह हुआ।
Q2: गुजरात पुल हादसा में कितनी मौतें हुई हैं?
अब तक 9 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है और कई घायल हैं।
Q3: गुजरात पुल हादसा की वजह क्या रही?
पुल की जर्जर हालत और भारी बारिश से कमजोर संरचना को हादसे का मुख्य कारण माना जा रहा है।
Q4: हादसे के बाद क्या राहत कार्य किए गए?
NDRF और फायर ब्रिगेड ने तुरंत बचाव अभियान चलाया और घायलों को अस्पताल पहुंचाया।
Q5: क्या मृतकों के परिजनों को मुआवजा दिया जाएगा?
हां, राज्य सरकार ने प्रति मृतक परिवार को 4 लाख रुपये की सहायता की घोषणा की है।
Q6: गुजरात पुल हादसा में कौन सी एजेंसियां जुटी हैं?
NDRF, पुलिस, फायर ब्रिगेड और स्थानीय प्रशासन संयुक्त रूप से राहत कार्य में लगे हुए हैं।
Q7: क्या इस हादसे की जांच होगी?
मुख्यमंत्री ने उच्चस्तरीय जांच के आदेश जारी कर दिए हैं।
Q8: क्या इस पुल की मरम्मत पहले हुई थी?
स्थानीय लोगों का आरोप है कि लंबे समय से पुल की मरम्मत नहीं हुई थी।
Q9: क्या पीएम मोदी ने घटना पर कोई प्रतिक्रिया दी है?
प्रधानमंत्री ने दुख जताते हुए घायलों के इलाज और मदद का आश्वासन दिया।
Q10: गुजरात पुल हादसा से भविष्य के लिए क्या सबक मिलते हैं?
यह हादसा दर्शाता है कि जर्जर आधारभूत ढांचे की अनदेखी कितनी बड़ी त्रासदी बन सकती है। समय रहते मरम्मत और निगरानी जरूरी है।