भारत मानसून 2025 ने देशभर में मौसम का मिजाज बदल दिया है। मौसम विभाग (IMD) ने कई राज्यों में भारी बारिश और बाढ़ की आशंका जताई है। खासकर ओडिशा, हिमाचल प्रदेश, झारखंड, पंजाब और हरियाणा में स्थिति लगातार गंभीर बनी हुई है।
देश के विभिन्न हिस्सों में सामान्य से ज्यादा वर्षा हो रही है, जिससे फसलों, सड़क यातायात, बिजली आपूर्ति और आम जनजीवन पर प्रभाव पड़ा है।
भारत मानसून 2025 का व्यापक असर
भारत मानसून 2025 के चलते कई इलाके जलमग्न हो गए हैं। ओडिशा के बालासोर और मयूरभंज जिलों में हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। झारखंड के कोल्हान क्षेत्र में सड़कों पर पानी भर गया। हिमाचल प्रदेश में भूस्खलन की घटनाओं ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी।
पंजाब और हरियाणा के कई जिलों में लगातार बारिश से नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। दिल्ली-एनसीआर में हल्की बारिश ने तापमान में कमी तो की लेकिन जलभराव की समस्या बढ़ा दी।
भारत मानसून 2025 में किस राज्य में क्या स्थिति
मौसम विभाग के मुताबिक, आने वाले दिनों में भी बारिश का दौर जारी रहेगा।
- ओडिशा में Subarnarekha और Budhabalanga नदियां खतरे के निशान पर बह रही हैं।
- हिमाचल प्रदेश में 10 जिलों में रेड अलर्ट जारी हुआ है।
- झारखंड के चार जिलों में रेड अलर्ट और नौ जिलों में ऑरेंज अलर्ट घोषित किया गया है।
- पंजाब-हरियाणा में खेतों में पानी भरने से फसलें डूबने का खतरा बढ़ गया है।
- दिल्ली में हल्की बारिश के साथ मौसम सुहावना बना हुआ है, लेकिन निचले इलाकों में जलभराव की समस्या है।
भारत मानसून 2025 में क्या सावधानियां जरूरी हैं
विशेषज्ञों ने लोगों को निम्नलिखित सुझाव दिए हैं:
- लगातार मौसम अपडेट पर नजर रखें।
- बाढ़ संभावित क्षेत्रों से समय रहते सुरक्षित स्थान पर चले जाएं।
- बिजली के उपकरणों से दूर रहें।
- अनावश्यक यात्रा से बचें।
- प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।
सरकार ने राहत और बचाव दलों को हाई अलर्ट पर रखा है।
भारत मानसून 2025 का कृषि पर असर
भारत मानसून 2025 से कृषि को भी मिला-जुला प्रभाव पड़ा है। जहां कुछ इलाकों में बुवाई के लिए पर्याप्त पानी मिला, वहीं अधिक बारिश ने खेतों को डुबा दिया। खासकर धान, मक्का और दलहन की फसलों पर सीधा असर देखा जा रहा है।
कृषि विशेषज्ञों ने किसानों को सलाह दी है कि वे जल निकासी की व्यवस्था सुनिश्चित करें ताकि फसलों को नुकसान न पहुंचे।
FAQs
Q1. भारत मानसून 2025 कब तक सक्रिय रहेगा?
भारत मानसून 2025 जुलाई से सितंबर तक सक्रिय रहने की संभावना है। मौसम विभाग ने इस दौरान सामान्य से अधिक बारिश का पूर्वानुमान जारी किया है।
Q2. भारत मानसून 2025 से किन राज्यों में सबसे ज्यादा असर पड़ा है?
ओडिशा, हिमाचल प्रदेश, झारखंड, पंजाब और हरियाणा सबसे ज्यादा प्रभावित हैं।
Q3. भारत मानसून 2025 के कारण बाढ़ की क्या स्थिति है?
कई नदियों का जलस्तर खतरे के निशान पर पहुंच चुका है। ओडिशा और झारखंड में कई इलाकों में बाढ़ का पानी घुस गया है।
Q4. भारत मानसून 2025 से फसलों को कितना नुकसान होगा?
भारी बारिश से खेतों में पानी भरने से धान और मक्का की फसल को नुकसान हो सकता है।
Q5. भारत मानसून 2025 में सरकार ने क्या कदम उठाए हैं?
राहत और बचाव दलों को अलर्ट कर दिया गया है। प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।
Q6. इस बार बारिश सामान्य से ज्यादा क्यों हो रही है?
भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में बने कम दबाव के क्षेत्र और पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के कारण देश के कई हिस्सों में सामान्य से अधिक बारिश दर्ज की जा रही है।
Q7. क्या पहाड़ी राज्यों में भूस्खलन की आशंका बनी हुई है?
हां, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में लगातार बारिश के चलते भूस्खलन का खतरा काफी बढ़ गया है। कई सड़कों पर यातायात भी रोक दिया गया है।
Q8. भारी बारिश से कौन से इलाकों में फसलों को सबसे ज्यादा नुकसान हो सकता है?
पूर्वी भारत के धान उत्पादक क्षेत्रों और पंजाब, हरियाणा में खड़ी फसलों को जलभराव से ज्यादा नुकसान की आशंका है।
Q9. क्या आगामी दिनों में किसी राज्य में रेड अलर्ट जारी होने की संभावना है?
मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ दिनों में झारखंड, ओडिशा और छत्तीसगढ़ के कुछ जिलों में भारी बारिश के कारण रेड अलर्ट जारी किया जा सकता है।
Q10. बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को क्या सावधानियां बरतनी चाहिए?
लोगों को सुरक्षित ऊंचाई पर बने शेल्टर में जाना चाहिए, बिजली के उपकरणों का उपयोग सावधानी से करना चाहिए, पीने का साफ पानी रखना चाहिए और सरकारी निर्देशों का पालन करना चाहिए।