नई दिल्ली: भारत में कोविड-19 के मामले एक बार फिर बढ़ रहे हैं। पिछले 24 घंटों में देशभर में 6,800 से अधिक नए केस सामने आए हैं, जिनमें कर्नाटक और गुजरात सबसे अधिक प्रभावित राज्य हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इस दौरान 3 लोगों की कोरोना वायरस से मौत भी हुई है।
हालांकि, अभी तक सरकार ने किसी बड़े प्रतिबंध की घोषणा नहीं की है, लेकिन लोगों से सावधानी बरतने, मास्क पहनने और भीड़-भाड़ वाली जगहों पर सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करने की सलाह दी गई है।
कौन-से राज्य सबसे अधिक प्रभावित?
- कर्नाटक और गुजरात में एक दिन में 120 से अधिक नए मामले दर्ज किए गए।
- केरल में भी 96 नए केस सामने आए हैं।
- एर्नाकुलम (431 केस), कोट्टायम (426 केस) और तिरुवनंतपुरम (365 केस) में सबसे ज्यादा संक्रमण दर्ज हुए हैं।
कौन-से वेरिएंट चिंता का कारण हैं?
केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने बताया कि राज्य में ओमिक्रोन JN.1 के उप-वेरिएंट LF.7 और XFG सबसे अधिक फैल रहे हैं। ये वेरिएंट अधिक घातक तो नहीं हैं, लेकिन तेजी से फैलने वाले हैं।
“लोगों को सार्वजनिक स्थानों और यात्रा के दौरान मास्क पहनना चाहिए। जीनोम सीक्वेंसिंग के जरिए नए वेरिएंट्स की पहचान की जा रही है।”
— वीना जॉर्ज, केरल स्वास्थ्य मंत्री
क्या भारत नए वेरिएंट्स का पता लगाने के लिए तैयार है?
पूर्व ICMR डायरेक्टर जनरल प्रो. (डॉ.) बलराम भार्गव ने कहा कि XFG वेरिएंट SARS-CoV-2 वायरस का ही एक नया रूप है, जो समय के साथ विकसित होता रहता है। उन्होंने बताया कि भारत के पास Truenat जैसी मॉलिक्यूलर डायग्नोस्टिक तकनीक है, जो नए वेरिएंट्स का तुरंत पता लगा सकती है।
क्या सावधानी बरतनी चाहिए?
- भीड़-भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहनें।
- हाथों को नियमित रूप से सैनिटाइज करें।
- बुजुर्ग और पहले से बीमार लोग विशेष सावधानी बरतें।
- लक्षण दिखने पर तुरंत टेस्ट कराएं।
निष्कर्ष
भारत में कोविड-19 के मामले फिर से बढ़ रहे हैं, लेकिन अभी तक घबराने की जरूरत नहीं है। सरकार और स्वास्थ्य विभाग नए वेरिएंट्स पर नजर बनाए हुए हैं। हालांकि, सतर्कता और सावधानी बरतना जरूरी है ताकि संक्रमण की रफ्तार को रोका जा सके।
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