यूएस ईरान हमला अपडेट: खुफिया ब्रीफिंग में सामने आई चौंकाने वाली सच्चाई

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यूएस ईरान हमला अपडेट

यूएस ईरान हमला अपडेट में एक के बाद एक सनसनीखेज खुलासे सामने आ रहे हैं। अमेरिका द्वारा ईरान के परमाणु ठिकानों पर किए गए अब तक के सबसे बड़े हमले पर अमेरिकी कांग्रेस में खुफिया ब्रीफिंग हुई, जिसमें इस ऑपरेशन की असली हकीकत उजागर हुई। ब्रीफिंग के दौरान बताया गया कि जिस हमले को अमेरिका ने ईरान की परमाणु क्षमता पर “निर्णायक चोट” बताया था, वह वास्तव में अपेक्षाकृत सीमित असर डाल पाया।

इस हमले को Operation Midnight Hammer नाम दिया गया था। इसमें B-2 स्टील्थ बॉम्बर्स की मदद से ईरान के फ़ोर्डो, नतांज और इस्फहान स्थित परमाणु ठिकानों पर सटीक बमबारी की गई थी। पेंटागन ने दावा किया कि इससे ईरान के यूरेनियम संवर्धन को वर्षों पीछे धकेल दिया गया, लेकिन खुफिया ब्रीफिंग में सामने आई रिपोर्टों ने इस दावे पर सवाल खड़े कर दिए।


यूएस ईरान हमला अपडेट: ऑपरेशन Midnight Hammer की हकीकत

यूएस ईरान हमला अपडेट के मुताबिक यह हमला पिछले दशक का सबसे बड़ा हवाई सैन्य अभियान था। इसमें दर्जनों बंकर-बस्टर बम गिराए गए। अमेरिकी रक्षा मंत्रालय ने इसे “ऐतिहासिक सफलता” कहा।

हालांकि, खुफिया एजेंसियों की लीक रिपोर्ट बताती हैं कि:

  • ईरान के अधिकांश संवर्धन उपकरण कुछ हफ्तों या महीनों में पुनः सक्रिय किए जा सकते हैं।
  • हमले के बावजूद ईरान की परमाणु योजना पूरी तरह से खत्म नहीं हुई।
  • ईरानी वैज्ञानिकों के पास बैकअप संसाधन मौजूद हैं।

इससे कांग्रेस के कई सदस्य हमले की रणनीति और इसके औचित्य पर सवाल उठाने लगे हैं।


यूएस ईरान हमला अपडेट: कांग्रेस में तीखी बहस

यूएस ईरान हमला अपडेट को लेकर अमेरिकी संसद में रिपब्लिकन और डेमोक्रेट नेताओं के बीच मतभेद खुलकर सामने आए।
रिपब्लिकन सांसदों ने कहा कि यह हमला ईरान के परमाणु खतरे को रोकने के लिए जरूरी था। वहीं डेमोक्रेट नेताओं ने तर्क दिया कि बिना पर्याप्त तैयारी और कांग्रेस की अनुमति के इतनी बड़ी कार्रवाई सही नहीं थी।

कांग्रेस में खुफिया कमेटी के कई सदस्य चाहते हैं कि वॉर पावर्स रेजोल्यूशन के तहत राष्ट्रपति को भविष्य में सैन्य कार्रवाई से पहले संसद की स्वीकृति लेनी हो।


यूएस ईरान हमला अपडेट: क्या बढ़ेगा तनाव?

ईरान ने अमेरिकी हमले को अपनी संप्रभुता का उल्लंघन बताया और चेतावनी दी कि इसका “कड़ा जवाब” दिया जाएगा। ईरान समर्थक गुट पहले ही इराक और कतर में अमेरिकी ठिकानों पर रॉकेट हमले कर चुके हैं।

रक्षा विशेषज्ञ मानते हैं कि इस हमले के बाद अमेरिका और ईरान के बीच तनाव और गहरा सकता है। इससे न केवल खाड़ी क्षेत्र की स्थिरता प्रभावित होगी बल्कि वैश्विक ऊर्जा बाजार भी अस्थिर हो सकता है।


यूएस ईरान हमला अपडेट: अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया

  • रूस और चीन ने अमेरिका की कार्रवाई की तीखी निंदा की।
  • इज़राइल ने ऑपरेशन का खुलकर समर्थन किया।
  • संयुक्त राष्ट्र में इस विषय पर आपात बैठक की मांग की जा रही है।

विश्लेषकों के अनुसार, इस हमले ने अमेरिका की विदेश नीति पर भी गंभीर सवाल खड़े किए हैं।


📌 FAQs – यूएस ईरान हमला अपडेट

Q1. यूएस ईरान हमला अपडेट में क्या नया खुलासा हुआ है?

खुफिया ब्रीफिंग में बताया गया कि ऑपरेशन का असर उतना व्यापक नहीं रहा जितना पहले दावा किया गया था।

Q2. ऑपरेशन Midnight Hammer क्या था?

यह अमेरिका का एक गुप्त सैन्य अभियान था, जिसमें बंकर-बस्टर बमों से ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमला किया गया।

Q3. क्या ईरान की परमाणु क्षमता पूरी तरह खत्म हो गई?

नहीं, रिपोर्टों के अनुसार ईरान कुछ महीनों में अपनी क्षमताओं को फिर से सक्रिय कर सकता है।

Q4. अमेरिकी कांग्रेस ने इस हमले पर क्या रुख अपनाया?

रिपब्लिकन ने समर्थन किया जबकि डेमोक्रेट नेताओं ने पारदर्शिता और रणनीति पर सवाल उठाए।

Q5. क्या इससे अमेरिका-ईरान युद्ध का खतरा बढ़ा है?

हां, ईरान की चेतावनी के बाद तनाव बढ़ने की आशंका है।

Q6. क्या इस हमले से तेल की कीमतें प्रभावित हुई हैं?

हाँ, कच्चे तेल की कीमतों में तेजी आई है।

Q7. क्या संयुक्त राष्ट्र कोई कदम उठाएगा?

यूएन में इस हमले की निंदा और चर्चा की मांग हो रही है।

Q8. अमेरिका ने पहले भी ऐसे हमले किए हैं क्या?

पहले साइबर हमले और सीमित स्ट्राइक हुए हैं, लेकिन इतना बड़ा हमला पहली बार हुआ।

Q9. क्या भविष्य में और हमले हो सकते हैं?

रक्षा विशेषज्ञों के अनुसार, जवाबी हमले या आगे की कार्रवाई से इंकार नहीं किया जा सकता।

Q10. ऑपरेशन Midnight Hammer कब हुआ?

यह हमला हाल ही में जून 2025 में किया गया।

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