कोलकाता, 12 जून 2025 – पश्चिम बंगाल के महेशतला इलाके में बुधवार को दो समुदायों के बीच हुई झड़प के बाद पुलिस ने अब तक 40 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार, स्थिति अब पूरी तरह से नियंत्रण में है और इलाके में भारी सुरक्षा बल तैनात किया गया है।
क्या हुआ था?
बुधवार दोपहर महेशतला के वार्ड नंबर 7 में एक दुकान लगाने को लेकर विवाद हुआ। यह विवाद धीरे-धीरे दो समुदायों के बीच तनाव में बदल गया। कुछ लोगों ने धार्मिक स्थल पर हमले का आरोप लगाया, जिसके बाद हिंसा फैल गई।
पुलिस पर पथराव, अधिकारी घायल
पुलिस जब मौके पर पहुंची तो भीड़ ने पथराव शुरू कर दिया। इस हमले में कोलकाता और पश्चिम बंगाल पुलिस के कई अधिकारी घायल हो गए।
- पश्चिम बंगाल पुलिस ने 28 लोगों को पकड़ा।
- कोलकाता पुलिस ने 12 लोगों को गिरफ्तार किया।
- कोलकाता पुलिस के एक डिप्टी कमिश्नर सहित करीब 12 अधिकारी घायल हुए हैं।
- 7 एफआईआर दर्ज की गई हैं।
इलाके में धारा 163 लागू, दुकानों पर ताले
गुरुवार सुबह तक इलाके में सभी दुकानें और बाजार बंद रहे। सड़कों पर जगह-जगह पुलिस तैनात है। पुलिस ने लाउडस्पीकर से लोगों को घरों में रहने की अपील की है। इलाके में धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है ताकि कोई नई भीड़ न जुटे।
लोगों की शिकायत और राजनीति की हलचल
स्थानीय लोगों का आरोप है कि पुलिस की संख्या कम थी, इसलिए भीड़ को जल्दी नहीं रोका जा सका।
विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने पुलिस मुख्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया और घटना स्थल पर जाने की अनुमति मांगी है।
बीजेपी विधायकों ने चेतावनी दी है कि अगर कड़ी कार्रवाई नहीं हुई तो वे विधानसभा की कार्यवाही रोक सकते हैं।
सरकार का जवाब
राज्य के मंत्री फिरहाद हकीम ने कहा है कि पुलिस पर हमला करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
हालिया पृष्ठभूमि
इससे पहले अप्रैल में मुर्शिदाबाद जिले के शमशेरगंज और धुलियन में भी सांप्रदायिक हिंसा हुई थी, जिसमें तीन लोगों की मौत हुई थी और सैकड़ों लोग बेघर हुए थे।
मुख्य बातें संक्षेप में
- 40 लोग गिरफ्तार (28 WB पुलिस, 12 कोलकाता पुलिस)
- 7 एफआईआर दर्ज
- कई पुलिसकर्मी घायल
- धारा 163 लागू
- इलाके में तनाव लेकिन स्थिति नियंत्रण में
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