ईरान की Fordow न्यूक्लियर साइट पर अमेरिका का बड़ा हमला – क्या तीसरे विश्व युद्ध की शुरुआत?

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ईरान की Fordow न्यूक्लियर साइट

ईरान की Fordow न्यूक्लियर साइट पर अमेरिका द्वारा किए गए ताज़ा हमले ने पूरी दुनिया को हिला दिया है। यह हमला बेहद संवेदनशील समय पर हुआ है, जब पश्चिम एशिया पहले से ही तनाव की चपेट में है। अमेरिका द्वारा अत्याधुनिक बंकर बस्टर बमों के प्रयोग ने इस हमले को और भी गंभीर बना दिया है।

ईरान की Fordow न्यूक्लियर साइट क्या है?

ईरान की Fordow न्यूक्लियर सुविधा क़ोम शहर के पास एक गुप्त पहाड़ी क्षेत्र के भीतर स्थित है। यह साइट गहराई में स्थित है और इसे विशेष रूप से हवाई हमलों से सुरक्षित रखने के लिए डिज़ाइन किया गया था। यह वही साइट है जहाँ ईरान यूरेनियम संवर्धन का काम करता रहा है।

अमेरिका का ऑपरेशन Midnight Hammer

इस हमले को अमेरिका ने “ऑपरेशन मिडनाइट हैमर” नाम दिया। इस ऑपरेशन में B-2 स्टील्थ बॉम्बर्स का उपयोग करते हुए लगभग 14 GBU-57 बंकर बस्टर बम गिराए गए। इन बमों को खास तौर पर मजबूत पहाड़ी संरचनाओं को नष्ट करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह पहली बार है जब अमेरिका ने इन्हें युद्ध के मैदान में इस्तेमाल किया।

हमला कैसे अंजाम दिया गया?

  • हमले की शुरुआत 22 जून 2025 को ईरान के समय अनुसार सुबह 2:30 बजे हुई।
  • लगभग 75 प्रिसिजन गाइडेड म्यूनिशन का इस्तेमाल किया गया।
  • हमले के बाद Maxar सैटेलाइट इमेज में भारी विनाश दिखा।

ईरान की प्रतिक्रिया और अंतरराष्ट्रीय माहौल

ईरान ने इस हमले को ‘सीधा युद्ध उकसाने की कोशिश’ बताया है। उनका दावा है कि Fordow साइट पर संवेदनशील न्यूक्लियर सामग्री को पहले ही सुरक्षित स्थान पर भेज दिया गया था। हालांकि अमेरिका के मुताबिक इस हमले से ईरान के परमाणु कार्यक्रम को सालों पीछे धकेला गया है।

अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रियाएँ:

  • रूस और चीन ने अमेरिका की कार्रवाई की निंदा की है।
  • संयुक्त राष्ट्र और IAEA (परमाणु ऊर्जा एजेंसी) ने तुरंत संयम बरतने की अपील की है।
  • इज़राइल ने अमेरिका के हमले को समर्थन दिया है, जबकि तुर्की और कतर जैसे देशों ने इसका विरोध किया।

क्या यह तीसरे विश्व युद्ध की शुरुआत हो सकती है?

ईरान की Fordow न्यूक्लियर साइट पर अमेरिका का यह सीधा हमला, एक बड़ी भू-राजनीतिक घटना बन गया है। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर यह तनाव कूटनीतिक स्तर पर नहीं सुलझाया गया, तो यह तीसरे विश्व युद्ध की तरफ पहला कदम हो सकता है।

संभावित परिणाम:

  • ईरान और अमेरिका के बीच पूर्ण युद्ध की संभावना
  • तेल और गैस की वैश्विक कीमतों में भारी उछाल
  • मध्य पूर्व में अस्थिरता और आतंकवादी गतिविधियों में वृद्धि
  • वैश्विक आर्थिक मंदी की आशंका

निष्कर्ष:

ईरान की Fordow न्यूक्लियर साइट पर अमेरिका द्वारा किया गया हमला सिर्फ एक सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि वैश्विक राजनीति का बड़ा मोड़ है। आने वाले हफ्तों में यह स्पष्ट होगा कि दुनिया इस संकट को कैसे संभालती है।


FAQs

Q1. ईरान की Fordow न्यूक्लियर साइट कहाँ स्थित है?
A1. यह क़ोम शहर के पास एक पहाड़ी क्षेत्र में स्थित है।

Q2. अमेरिका ने Fordow साइट पर हमला क्यों किया?
A2. अमेरिका के अनुसार, ईरान का परमाणु कार्यक्रम एक वैश्विक खतरा बन चुका था।

Q3. क्या इस हमले से न्यूक्लियर लीक हुआ है?
A3. ईरान ने इस बात से इनकार किया है और कहा है कि सभी संवेदनशील सामग्री पहले ही स्थानांतरित कर दी गई थी।

Q4. क्या यह तीसरे विश्व युद्ध की शुरुआत है?
A4. यह कहना जल्दबाज़ी होगी, लेकिन खतरे के संकेत ज़रूर हैं।

Q5. ऑपरेशन Midnight Hammer क्या है?
A5. यह अमेरिका का गुप्त सैन्य ऑपरेशन था जिसके तहत Fordow पर बंकर बस्टर बम गिराए गए।

Q6. क्या ईरान की Fordow न्यूक्लियर साइट पूरी तरह नष्ट हो गई है?
A6. अमेरिका का दावा है कि साइट को भारी नुकसान हुआ है, लेकिन ईरान ने इसे खंडन किया है।

Q7. इस हमले का तेल और गैस की कीमतों पर क्या असर पड़ा है?
A7. हमले के बाद अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमतों में तेजी देखी गई है।

Q8. IAEA को ईरान की Fordow न्यूक्लियर साइट पर जांच की अनुमति मिली है?
A8. फिलहाल IAEA को साइट पर पहुंचने की अनुमति नहीं दी गई है, जिससे स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई है।

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