Air India दुर्घटना की वजह को लेकर अब तक की सबसे बड़ी जानकारी सामने आई है। 2025 में हुए इस हादसे में एक बड़ा सवाल यह था कि क्या तकनीकी खामी की वजह से इतना बड़ा नुकसान हुआ? हाल ही में एयर इंडिया के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन ने बताया कि क्रैश हुए विमान में लगाए गए दोनों इंजन हाल ही में बदले या सर्विस किए गए थे।
इस बयान के बाद से Air India दुर्घटना की वजह को लेकर नया मोड़ आ गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, विमान का दाहिना इंजन मार्च 2025 में नया लगाया गया था, जबकि बायां इंजन अप्रैल में पूरी तरह से सर्विस किया गया था। दोनों इंजनों की तकनीकी स्थिति पूरी तरह से साफ़ बताई गई है, जिससे यह सवाल और गहरा गया है कि फिर ऐसा हादसा कैसे हुआ?
प्रारंभिक जांच में यह भी सामने आया है कि विमान क्रैश से पहले Ram Air Turbine (RAT) एक्टिव हो गया था। इसका मतलब है कि उड़ान के दौरान किसी बड़े सिस्टम फेलियर की स्थिति बन गई थी, जो शायद Air India दुर्घटना की वजह बना हो।
H2: Air India दुर्घटना की वजह – क्या इंजन फेलियर ही कारण था?
अब तक के डेटा और ब्लैक बॉक्स रिकॉर्डिंग के अनुसार, यह संकेत मिल रहे हैं कि संभवतः दोनों इंजन ने एक साथ काम करना बंद कर दिया था। यह बहुत दुर्लभ स्थिति होती है, लेकिन अगर ऐसा हुआ है तो यह सीधे तौर पर Air India दुर्घटना की वजह बन सकती है।
Ram Air Turbine का एक्टिव होना यह दर्शाता है कि मुख्य पावर सिस्टम ने जवाब देना बंद कर दिया था, जिससे इमरजेंसी सिस्टम एक्टिव हुआ। लेकिन सवाल यह उठता है कि नया इंजन और सर्विस किए गए इंजन में इतनी जल्दी तकनीकी गड़बड़ी कैसे हुई?
H3: Air India दुर्घटना की वजह – ब्लैक बॉक्स और पायलट रिकॉर्डिंग से क्या मिला?
ब्लैक बॉक्स और कॉकपिट वॉइस रिकॉर्डर को जांच एजेंसियों ने सुरक्षित निकाल लिया है और अमेरिका तथा यूके की विमानन जांच एजेंसियां भी भारत की एएआईबी के साथ मिलकर जांच कर रही हैं।
इन रिकॉर्डिंग्स से अब तक यह पता चला है कि पायलटों ने क्रैश से कुछ मिनट पहले किसी तरह की असामान्यता की सूचना नहीं दी थी। इससे यह अंदेशा और बढ़ जाता है कि Air India दुर्घटना की वजह अचानक हुई प्रणालीगत विफलता हो सकती है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यदि दोनों इंजन एक साथ बंद हो गए थे, तो वह या तो ईंधन सप्लाई की समस्या थी या कोई इलेक्ट्रिकल फेलियर। इन सभी संभावनाओं की गहन जांच की जा रही है।
H4: Air India दुर्घटना की वजह – क्या यह रख-रखाव की चूक थी?
जब एयर इंडिया के चेयरमैन ने सार्वजनिक रूप से कहा कि विमान और उसके इंजन की सर्विसिंग हाल ही में की गई थी और कोई “रेड फ्लैग” नहीं था, तो कई विशेषज्ञों ने इस बयान को गंभीरता से लिया।
हालांकि, दुर्घटना के बाद, DGCA (Directorate General of Civil Aviation) ने एयर इंडिया की सभी Boeing 787 Dreamliner विमानों की विशेष सुरक्षा जांच के आदेश दिए हैं। इसका सीधा संकेत यही है कि कहीं न कहीं सुरक्षा प्रोटोकॉल या रख-रखाव में चूक हुई हो सकती है, जो कि Air India दुर्घटना की वजह बनी हो।
📌 तकनीकी विशेषज्ञों की राय
- इंजनों का नया होना इस बात की गारंटी नहीं देता कि वे त्रुटिरहित हैं।
- एक साथ दोनों इंजन बंद होना बेहद असामान्य है और इसकी जांच जरूरी है।
- RAT का एक्टिव होना दर्शाता है कि मुख्य पावर सिस्टम फेल हुआ।
- इलेक्ट्रॉनिक कंट्रोल यूनिट्स और फ्यूल सिस्टम को लेकर भी जांच हो रही है।
🔍 निष्कर्ष: अभी भी बनी हुई है रहस्य की स्थिति
अब तक की जांच में यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि Air India दुर्घटना की वजह क्या थी। लेकिन जो तथ्य सामने आ रहे हैं – जैसे कि नया इंजन, कोई रेड फ्लैग न होना, और RAT का एक्टिव होना – ये सभी इस बात की ओर इशारा करते हैं कि विमान में अचानक कोई गंभीर तकनीकी समस्या आई होगी।
अभी जांच एजेंसियां अपने निष्कर्ष पर नहीं पहुँची हैं, लेकिन शुरुआती रिपोर्ट अगले 30 दिनों में आने की उम्मीद है। इसके बाद ही यह साफ़ हो पाएगा कि यह हादसा किसी यांत्रिक गड़बड़ी की वजह से हुआ या फिर मानव त्रुटि या मौसम का प्रभाव भी एक कारण बना।
✅ निष्कर्ष बिंदु
बिंदु | विवरण |
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विमान | Boeing 787 Dreamliner |
फ्लाइट नंबर | AI171 |
इंजन की स्थिति | दाहिना इंजन नया (मार्च 2025), बायां इंजन सर्विस (अप्रैल 2025) |
पायलट रिपोर्टिंग | कोई गड़बड़ी नहीं बताई |
ब्लैक बॉक्स स्थिति | रिकवर कर लिया गया, जांच जारी |
DGCA एक्शन | सभी Dreamliner विमानों की सुरक्षा जांच का आदेश |