अहमदाबाद, [13 जून 2025]
हाल ही में अहमदाबाद में एयर इंडिया की फ्लाइट AI171 के दुखद हादसे से ठीक पहले पायलटों ने ‘Mayday’ कॉल की थी। इस वजह से यह खास आपातकालीन संदेश एक बार फिर चर्चा में आ गया है। यह सिर्फ एक शब्द नहीं, बल्कि जब जान पर बनती है तो मदद के लिए पूरी दुनिया में दिया जाने वाला एक इशारा है। इस घटना से हमें Mayday कॉल का इतिहास और यह हवाई जहाज की सुरक्षा के लिए कितना जरूरी है, यह समझने की जरूरत महसूस हुई है।
‘Mayday’ एक अंतरराष्ट्रीय आपातकालीन संदेश है। इसे तब इस्तेमाल किया जाता है जब किसी हवाई जहाज या समुद्री जहाज पर तुरंत, जानलेवा खतरा हो। जब पायलट या कप्तान ‘Mayday’ कहते हैं, तो वे इसे तीन बार दोहराते हैं – “Mayday, Mayday, Mayday”। ऐसा इसलिए किया जाता है ताकि यह किसी और बात जैसा न लगे। यह संदेश हवाई ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) या आसपास के दूसरे हवाई जहाजों को बताता है कि तुरंत मदद चाहिए, क्योंकि बड़ी मुसीबत है (जैसे इंजन खराब होना, आग लगना, कंट्रोल खो जाना, आदि)।
Mayday कॉल का इतिहास: यह कहाँ से शुरू हुआ?
Mayday कॉल का इतिहास 1920 के दशक का है। इसे 1923 में इंग्लैंड के क्रॉयडन एयरपोर्ट पर काम करने वाले एक रेडियो अधिकारी फ्रेडरिक स्टेनली मॉकफोर्ड ने बनाया था। उस समय, आपातकाल के लिए ‘SOS’ (सेव अवर सोल्स) का इस्तेमाल होता था। यह मोर्स कोड के लिए तो ठीक था, लेकिन रेडियो पर इसे बोलकर समझना मुश्किल होता था और इससे लोग भ्रमित हो सकते थे।
मॉकफोर्ड को एक ऐसे शब्द की जरूरत थी जो सभी भाषाओं में आसानी से समझ में आ जाए और तुरंत बता दे कि कोई बड़ी परेशानी है। उस समय क्रॉयडन और फ्रांस के ले बोरगेट एयरपोर्ट के बीच बहुत आना-जाना होता था। इसलिए, उन्होंने फ्रेंच शब्द “m’aider” से यह आइडिया लिया, जिसका मतलब है “मेरी मदद करो।” इस तरह ‘Mayday’ शब्द बना, और 1927 तक इसे दुनिया भर में आपातकाल के लिए इस्तेमाल किया जाने लगा। यहीं से Mayday कॉल का इतिहास शुरू हुआ।
दुनिया भर में Mayday कॉल का इतिहास और इसके बड़े किस्से
Mayday कॉल का इतिहास दुनिया भर में कई बड़ी और दुखद हवाई जहाज दुर्घटनाओं से जुड़ा है। इसका इस्तेमाल तब होता है जब इंजन रुक जाए, आग लग जाए, हवाई जहाज कंट्रोल से बाहर हो जाए, कोई बड़ी मशीन खराब हो जाए या कोई और जानलेवा स्थिति बन जाए। जब भी ‘Mayday’ कॉल आती है, तो ATC और आसपास के बाकी हवाई जहाज या पानी के जहाज सब काम रोककर मुसीबत में फंसे हवाई जहाज की मदद पर ध्यान देते हैं।
- यूएस एयरवेज फ्लाइट 1549 (2009) – “हडसन नदी का चमत्कार”: 15 जनवरी 2009 को, कैप्टन चेज़ले “सली” सलनबर्गर ने न्यूयॉर्क से उड़ान भरने के तुरंत बाद चिड़ियों के टकराने से दोनों इंजन खराब होने के बाद ‘Mayday’ कॉल दी थी। उन्होंने कमाल का हुनर दिखाते हुए जहाज को हडसन नदी पर आराम से उतार दिया, जिससे सभी 155 लोग बच गए। Mayday कॉल का इतिहास में यह सबसे मशहूर और सफल किस्सों में से एक है।
- स्विसएयर फ्लाइट 111 (1998): 2 सितंबर 1998 को, न्यूयॉर्क से जिनेवा जा रहे स्विसएयर के विमान में अटलांटिक महासागर के ऊपर आग लग गई। हालात इतने खराब हो गए कि पायलटों को ‘Mayday’ कॉल देनी पड़ी। दुख की बात है कि यह विमान नोवा स्कोटिया के पास गिर गया, जिसमें सभी 229 लोग मारे गए।
- एयर ट्रांसैट फ्लाइट 236 (2001): 24 अगस्त 2001 को, यह विमान अटलांटिक महासागर के ऊपर उड़ते हुए बिना ईंधन के हो गया। पायलटों ने ‘Mayday’ कॉल दी और बिना इंजन के विमान को पुर्तगाल के एक हवाई अड्डे पर सफलतापूर्वक उतार दिया, जिससे सभी 306 लोग बच गए। Mayday कॉल का इतिहास में यह पायलट के हुनर का एक शानदार उदाहरण है।
अमेरिका में Mayday कॉल का इतिहास और खास घटनाएँ
अमेरिका में, फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (FAA) ‘Mayday’ कॉल के इस्तेमाल के नियम बहुत सख्त हैं। अमेरिकी पायलटों को तभी ‘Mayday’ का इस्तेमाल करने के लिए कहा जाता है जब उनकी जान या हवाई जहाज को तुरंत खतरा हो।
यूएस एयरवेज फ्लाइट 1549 इसका एक बड़ा अमेरिकी उदाहरण है, जहाँ कैप्टन सली ने ATC को स्थिति की गंभीरता बताने के लिए ‘Mayday’ कॉल का इस्तेमाल किया था। छोटे हवाई जहाजों में भी, इंजन खराब होने या मौसम की बड़ी समस्या होने पर अमेरिकी पायलट ‘Mayday’ कॉल करते हैं, हालांकि ऐसी खबरें आमतौर पर बड़ी सुर्खियां नहीं बनतीं। Mayday कॉल का इतिहास अमेरिका में अनगिनत छोटी-बड़ी आपातकालीन स्थितियों से जुड़ा हुआ है।
भारत में Mayday कॉल का इतिहास और बड़ी घटनाएँ
भारत में भी, नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) अंतरराष्ट्रीय नियमों का पालन करता है, और भारतीय पायलट भी बड़ी आपातकालीन स्थितियों में ‘Mayday’ कॉल का इस्तेमाल करते हैं। Mayday कॉल का इतिहास भारत में भी कुछ दुखद घटनाओं से जुड़ा है:
- एयर इंडिया एक्सप्रेस फ्लाइट 1344 (2020), कोझिकोड: यह विमान भारी बारिश में रनवे से फिसल गया था। हालांकि सीधे ‘Mayday’ की सार्वजनिक जानकारी नहीं है, पर ऐसे में पायलटों ने ATC को जरूर गंभीर खतरे की सूचना दी होगी। इस हादसे में 21 लोग मारे गए।
- एयर इंडिया एक्सप्रेस फ्लाइट 812 (2010), मंगलोर: यह विमान रनवे से आगे निकल गया और आग लग गई। इसमें 158 लोग मारे गए।
- इंडियन एयरलाइंस फ्लाइट 113 (1988), अहमदाबाद: यह विमान खराब मौसम में लैंडिंग के दौरान गिर गया, जिसमें 133 लोगों की जान चली गई। इन सभी मामलों में, पायलटों ने ATC को स्थिति की गंभीरता बताने के लिए नियमों का पालन किया होगा।
सबसे नया उदाहरण अहमदाबाद में एयर इंडिया फ्लाइट AI171 (2025) है, जहाँ हादसे से ठीक पहले ‘Mayday’ कॉल की बात सामने आई है। यह दिखाता है कि Mayday कॉल का इतिहास कैसे आज भी बहुत मायने रखता है और हवाई जहाज की सुरक्षा में एक जरूरी भूमिका निभाता है।
निष्कर्ष
Mayday कॉल का इतिहास बताता है कि कैसे एक छोटा सा शब्द दुनिया भर के हवाई जहाजों के लिए जान बचाने वाला संकेत बन गया है। यह सिर्फ एक नाम नहीं, बल्कि तुरंत मदद मांगने, पायलटों के हुनर और कंट्रोल रूम की तैयारी का निशान है। अहमदाबाद में हुई घटना हमें फिर याद दिलाती है कि ‘Mayday’ कॉल हवाई जहाज में एक गंभीर और आखिरी उपाय है, जो मुश्किल वक्त में जान बचाने के लिए एक वैश्विक पुकार के रूप में काम करता है। यह हमेशा हवाई जहाज की सुरक्षा का एक जरूरी हिस्सा रहेगा।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
Q1: ‘Mayday’ कॉल का मतलब क्या है? A1: ‘Mayday’ फ्रेंच शब्द “m’aider” से आया है, जिसका मतलब है “मेरी मदद करो।” यह एक अंतरराष्ट्रीय आपातकालीन संदेश है।
Q2: ‘Mayday’ कॉल का इस्तेमाल कब किया जाता है? A2: ‘Mayday’ कॉल तब की जाती है जब किसी हवाई जहाज या जहाज पर तुरंत और जानलेवा खतरा हो, जैसे इंजन का खराब होना, आग लगना, या कंट्रोल का खो जाना।
Q3: ‘Mayday’ की शुरुआत किसने और कब की? A3: ‘Mayday’ की शुरुआत 1923 में इंग्लैंड के क्रॉयडन एयरपोर्ट के रेडियो अधिकारी फ्रेडरिक स्टेनली मॉकफोर्ड ने की थी।
Q4: ‘Mayday’ और ‘Pan-Pan’ में क्या फर्क है? A4: ‘Mayday’ का इस्तेमाल तब होता है जब जानलेवा खतरा हो और तुरंत मदद चाहिए, जबकि ‘Pan-Pan’ का इस्तेमाल तब होता है जब कोई तुरंत वाली, पर जानलेवा न होने वाली समस्या हो।
Q5: अहमदाबाद विमान दुर्घटना का ‘Mayday कॉल का इतिहास’ से क्या संबंध है? A5: अहमदाबाद में एयर इंडिया की फ्लाइट AI171 के क्रैश होने से ठीक पहले, पायलटों ने ATC को ‘Mayday’ कॉल दी थी, जो विमान में एक बड़ी आपात स्थिति का इशारा था।