Strawberry Moon 2025: जानिए तारीख, समय और भारत में इसे कहां और कैसे देख सकते हैं

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Full Strawberry Moon back silhouette trees in the field, Elements of this image furnished by NASA

11 जून 2025, बुधवार की शाम आसमान में एक खास खगोलीय नज़ारा देखने को मिलेगा—Strawberry Moon। हालांकि यह नाम सुनते ही ऐसा लगता है कि चांद गुलाबी रंग का दिखेगा, लेकिन असलियत इससे अलग है। यह फुल मून साल के उन अंतिम चांदों में से एक होता है जो ग्रीष्म संक्रांति (Summer Solstice) से पहले आता है और इसे देखने का अवसर भारत सहित पूरी दुनिया को मिलेगा।


🌕 Strawberry Moon क्या है?

Strawberry Moon कोई लाल या गुलाबी रंग का चांद नहीं होता। यह नाम अमेरिका के अल्गोंक्विन जनजातियों से लिया गया है, जो इस पूर्णिमा को स्ट्रॉबेरी की फसल तैयार होने का संकेत मानते थे। यानी, यह नाम मौसम और खेती से जुड़ा हुआ है।

इस पूर्णिमा को अलग-अलग संस्कृतियों में अलग नामों से जाना जाता है:

  • अमेरिकन नाम: Berries Ripen Moon, Green Corn Moon, Hot Moon
  • ब्रिटिश नाम: Flower Moon, Planting Moon, Mead Moon
  • सेल्टिक नाम: Horse Moon, Dyan Moon, Rose Moon

NASA के अनुसार, यह चांद प्राचीन काल में लोगों के लिए मौसम और जीवन के बदलाव का संकेत हुआ करता था।


📅 Strawberry Moon 2025 कब दिखाई देगा?

Strawberry Moon 2025 की चरम स्थिति (Full Moon Peak)

  • तारीख: बुधवार, 11 जून 2025
  • समय: दोपहर 1:14 बजे IST (भारतीय समय अनुसार)
  • लेकिन भारत में इसे शाम को 7:15 PM से 8:00 PM के बीच देखना सबसे उपयुक्त होगा।

इस साल का Strawberry Moon थोड़ा खास है, क्योंकि यह “Major Lunar Standstill” के समय पर आ रहा है, जो हर 18.6 साल में एक बार होता है। इस दौरान, चंद्रमा आकाश में बहुत नीची कक्षा में चलता है, जिससे वह गोल्डन या एंबर रंग का दिख सकता है।


Bright and big pink full moon

🔭 भारत में Strawberry Moon कैसे देखें?

यदि आप भारत में रहते हैं तो इसे शाम को सूर्यास्त के तुरंत बाद 7:15 PM से 8:00 PM के बीच देख सकते हैं। देखने के लिए कुछ जरूरी बातें:

  • खुला आसमान हो
  • प्रदूषण रहित इलाका चुने
  • प्रकाश कम हो, जैसे कि ग्रामीण इलाकों या शहर के किनारों पर

यह नज़ारा दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, हैदराबाद, बेंगलुरु, अहमदाबाद, पुणे, जयपुर जैसे बड़े शहरों में भी साफ देखा जा सकता है, अगर मौसम साफ हो।


🔍 Strawberry Moon इतना खास क्यों है?

  • यह साल का आखिरी फुल मून है ग्रीष्म संक्रांति से पहले
  • Lunar Standstill की वजह से इसका रास्ता आकाश में अलग दिखेगा।
  • चांद की स्थिति पृथ्वी से सबसे दूर होगी, इसलिए यह Micro Moon कहलाएगा।
  • अगला ऐसा मौका अब 2043 में ही मिलेगा, यानी यह वास्तव में once-in-a-lifetime अवसर है।

📺 अगर देख नहीं पाएं तो क्या करें?

यदि आप खराब मौसम या किसी और वजह से इसे नहीं देख पाते, तो कई खगोलीय संस्थाएं इसका लाइव स्ट्रीम ऑनलाइन दिखा रही होंगी। आप YouTube या अन्य खगोल विज्ञान संस्थाओं की वेबसाइट्स पर जाकर यह दृश्य देख सकते हैं।


निष्कर्ष: आसमान में दुर्लभ नज़ारा देखने का मौका न चूकें

Strawberry Moon केवल एक खगोलीय घटना नहीं है, बल्कि यह मौसम, संस्कृति और प्रकृति के बीच के संबंध को दर्शाने वाला एक प्रतीक है। चाहे आप खगोल प्रेमी हों या नहीं, 11 जून की शाम को समय निकालकर आसमान की ओर जरूर देखें।

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